माजून अखरोट प्राश के नियमित सेवन से आपकी रुकी हुई हाइट बढ़ेगी।
माजून अखरोट प्राश आपके इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत करेगा जिससे आपके बीमार पड़ने की संभावनाएं कम हो जाएंगी।
माजून अखरोट प्राश का नियमित सेवन कोलेस्ट्राल को कम करेगा है और आपके हृदय को तंदुरुस्त रखेगा।
मानव मस्तिष्क के विकास के लिए माजून अखरोट प्राश बहुत अधिक फायदेमंद है।
माजून अखरोट प्राश केवल बाहरी नहीं आपको अंदरूनी बदलाव का भी अनुभव कराएगा।
माजून अखरोट प्राश खाने के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं। माजून अखरोट प्राश आपकी कम हाइट और वज़न को बढ़ाने में तो मदद करता ही है। साथ ही यह कई सारे अंदरूनी बदलाव भी लाता है। जैसे ये इम्यून सिस्टम को मज़बूत करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है और हमेशा आपको सकरात्मक महसूस करने में मदद करता है।
इसे वॉलनेट भी कहा जाता है। अखरोट बहुत ही गुणकारी एंटी-ऑक्सीडेंट पदार्थ है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता और शरीर को स्वस्थ रखता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड के गुण होने के कारण इसे ब्रेन फूड भी कहा जाता है। मस्तिष्क के विकास में यह बहुत मददगार है।
इसे लॉन्ग पेपर भी कहा जाता है। पाइपर लोंगुम के फल के लिए पीपली पद का प्रयोग किया जाता है। कच्चा होने पर यह फल अधिक लाभकारी होता है। इसमें बढ़ती उम्र को रोकने वाले गुणकारी और कामोत्तेजक तत्व होते हैं। यह पाचन प्रक्रिया, दमा और सर्दी को रोकने और जोश बढ़ाने में मददगार है।
इसे भारतीय जिनसेंग भी कहा जाता है। अश्वगंधा में कई गुणकारी तत्व होते हैं। यह कैंसर, डायबिटीज़, सूजन, गठिया, दमा, उच्च रक्तचाप, तनाव और आमवात से लड़ने में सक्षम है। साथ ही यह इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत करता है।
इसे लीकोरिस भी कहा जाता है। मुलेठी एक तरह की ओषधीय जड़ी बूटी है जिसका कई आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। मुलेठी सर्दी, गले में सूजन, पीलिया, अल्सर, त्वचा और सेक्स संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
हां, ये पूरी तरह से प्राकृतिक है।
15 दिनों में
दूध के साथ, सुबह शाम खाने के बाद एक-एक चम्मच
यह आपके इम्यून सिस्टम को मज़बूत करता है।